हवा के झोंके ने फिर से पन्नों को सहलाया,
एक तो हुस्न कयामत उसपे होठों का लाल होना।
झुकाकर पलकें शायद कोई इकरार किया उसने,
जुल्फें तेरी बादल जैसी आँख में तेरे समंदर है,
रास्ते पर तो खड़ा हूँ पर चलना भूल गया हूँ।
मेरी चाहत को दुल्हन तू बना shayari in hindi लेना, मगर सुन ले,
क़यामत देखनी हो अगर चले जाना किसी महफ़िल में,
महफ़िल में रह के भी रहे तन्हाइयों में हम,
तेरे इशारों पर मैं नाचूं क्या जादू ये तुम्हारा है,
चेहरा तेरा चाँद का टुकड़ा सारे जहाँ से प्यारा है।
हुजूर लाज़िमी है महफिलों में बवाल होना,
जर्रे-जर्रे में वो है और कतरे-कतरे में तुम।
मैं जागता हूँ तेरा ख़्वाब देखने के लिए।
तेरी चिट्ठी जो किताबों में छुपा रखी है।