तू ने किसको आबाद किया मुझे बर्बाद करके।
हम उससे थोड़ी दूरी पर हमेशा रुक से जाते हैं,
जहाँ तक रास्माता मालूम था हमसफर चलते गए,
जब से तुमको देखा है दिल बेकाबू हमारा है,
मैं धीरे-धीरे उनका दुश्मन-ए-जाँ बनता जाता हूँ,
वो आँखें कितनी क़ातिल हैं वो चेहरा कैसा लगता है।
क़यामत देखनी हो अगर चले जाना किसी महफ़िल में,
ज़ालिम दुनिया समंदर है किनारा मुमकिन नहीं।
ख्यालों और सांसों का हिसाब है ज़िन्दगी,
मैं घर का रास्ता भूला, जो निकला आपके शहर से,
कुछ ज़रूरतें पूरी, कुछ ख्वाहिशें अधूरी,
रास्ते पर तो खड़ा हूँ पर चलना भूल गया हूँ।
कुछ बदल जाते हैं, कुछ मजबूर हो जाते हैं,
नजर तुमसे जो मिल quotesorshayari जाये ज़माना भूल जाता हूँ।