ज़ुल्फ़ें भी सुना है कि संवारा नहीं करते,
हम उससे थोड़ी दूरी पर हमेशा रुक से जाते हैं,
वो लम्हे याद करता हूँ तो लगते हैं अब जहर से।
जब से तुमको देखा है दिल बेकाबू हमारा है,
रास्ते पर तो खड़ा हूँ पर चलना भूल गया हूँ।
वो आँखें कितनी क़ातिल हैं वो चेहरा कैसा लगता है।
क़यामत देखनी Love Quotes हो अगर चले जाना किसी महफ़िल में,
खुदा माना, आप न माने, वो लम्हे गए यूँ ठहर से,
सुना है कि महफ़िल में वो बेनकाब आते हैं।
वो किताबें भी जवाब माँगती हैं जिन्हें हम,
मुझे छोड़ने का फैसला तो वो हर रोज करता है,
सूरज की तरह तेज मुझमें मगर मैं ढलता रहा,
मैं जागता हूँ तेरा ख़्वाब देखने के लिए।
तेरी चिट्ठी जो किताबों में छुपा रखी है।